बड़वाई में जल कलश यात्रा के साथ शुरू हुई श्रीमद् भागवत कथा
डूंगला। क्षेत्र के चक्र भवानी शक्तिपीठ बड़वाई पर मंदिर स्वर्ण कलश आरोहण का नवम पाटोउत्सव जल कलश यात्रा के साथ आरंभ हुआ। साध्वी श्री कृपा जी व्यास के सानिध्य में मां चक्र भवानी मंदिर प्रांगण से जल कलश यात्रा आरंभ हुई जो पक्षी विहार तालाब पहुंची जहां से मुख्य कलश का विधि विधान से पूजन अर्चन कर जल लेकर यह कलश यात्रा पुनः मंदिर प्रांगण में पहुंची। भागवत ग्रंथ को मंदिर मंडल अध्यक्ष मदन लाल मेनारिया द्वारा धारण किया गया, वही मुख्य कलश भगवती लाल जोशी की धर्मपत्नी द्वारा धारण किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। महिलाएं अपने सिर पर जल कलश लेकर मंगल गीतों के साथ कलश यात्रा में चल रही थी वहीं श्रद्धालु मां चक्र भवानी व भागवत जी की जय जयकार करते हुए जुलूस में शामिल हुए।
जल कलश यात्रा मंदिर प्रांगण में पहुंचकर धर्म सभा में तब्दील हुई जहां साध्वी कृपा जी व्यास के मुखारविंद से भागवत कथा की विधि विधान से पूजा अर्चना के साथ स्थापना की गई एवं कथा का शुभारंभ हुआ। प्रथम दिवस की कथा में साध्वी कृपा जी व्यास ने भागवत कथा सुनने के महत्व, भागवत कथा के सारांश व इसके मुख्य बिंदुओं के बारे में जानकारी प्रदान की। पाटोत्सव के तहत साध्वी कृपा जी व्यास के मुखारविंद से शुरू हुई यह भागवत कथा 5 तारीख तक चलेगी, प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से 11बजे तक व सायं 7 बजे से 10 बजे तक कथा का समय रहेगा।